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Wednesday, 5 August 2020

स्वतंत्रता

जीवन की स्वतंत्रता
 आज के दौर में सभी व्यक्ति स्वतंत्र होना चाहते हैं स्वतंत्रता का अधिकार सभी को होता है। 
स्वतंत्रता के अर्थ है कि आप क्या खाना-पीना, पहनना और रहना चाहते हैं। यह भी कि आप किससे विवाह करना चाहते हैं, कहां घुमना चाहते हैं और कहां प्रार्थना करना चाहते हैं। यह सभी आपकी निजता और स्वतंत्रता के हिस्से हैं। 
स्वतंत्रता का अर्थ आप किस तरह का जीवन जीना चाहते हैं उसके लिए कोई सामाजिक दबाव नहीं। आप क्या है यह जानने के लिए आपकी आत्मा पर किसी भी प्रकार का बंधन नहीं होना चाहिए।

क्या आप जानते हैं? सबसे बड़ी स्वतंत्रता है,  
इस शरीर से मोक्ष की प्राप्ति करना। 
हम पूरी तरह से तभी स्वतंत्र हो सकते हैं जब हमारा जन्म तथा मृत्यु का चक्र पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा आज हम यदि शास्त्र के अनुसार भक्ति साधन नहीं करता है तो हम 84 लाख जन्मों की कैद में है। 21 ब्रह्मांड का मालिक काल ज्योति निरंजन है जिसने हम जीवो को 84 लाख जन्मों की कैद में बांध रखा है, हम जिस स्वतंत्रता को जी रहे हैं यहां असली स्वतंत्रता नहीं है क्योंकि हमारी जन्म तथा मृत्यु बनी हुई है यह समाप्त नहीं हो रही है यदि आपको स्वतंत्रता चाहिए तो सबसे बड़ी स्वतंत्रता मोक्ष का मार्ग है सबसे बड़ी स्वतंत्रता रहा है जहां से हम आए हैं और वहां पर जाने का हमें प्रयत्न करना है हम पहले सतलोक में रहते थे जहां पर हमारी जन्म तथा मृत्यु नहीं होती थी वहां हम पूरी तरह से स्वतंत्र थे वहां हम किसी की भी कैद में नहीं थे लेकिन वहां से आने के बाद में हम पूरी तरह से 84 लाख जन्मों के कैदी बन गए हैं
हमें जन्म तथा मृत्यु से मुक्त करवाने के लिए 84 लाख जन्मों  से मुक्ति देने के लिए आज इस धरती पर तत्वदर्शी संत संत रामपाल जी महाराज आए हुए हैं जिनके द्वारा बताई गई भक्ति साधना से हमें पूरी तरह से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है तथा हमारा जन्म मृत्यु का चक्र समाप्त हो सकता है तभी हम पूरी तरह से स्वतंत्र होंगे। 
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अधिक जानकारी के लिए देखें - 
संत रामपाल जी महाराज का अनमोल सत्संग 
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साधना टीवी पर शाम 7:30 बजे